हिंदूवादी। न्यूज
धर्मांतरण के विषय पर होने वाले विरोध प्रदर्शन, हंगामें, तोड़फोड़ और कानून व्यवस्था बिगड़ने पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून रासुका लगाया जा सकेगा। 1 जनवरी को राज्य की कांग्रेस सरकार ने इसे कानून का रूप दे दिया है। जबकि 12 जनवरी को इसे सार्वजनिक किया गया इसे लेकर बीजेपी ने रविवार को प्रदेश के हर संभाग स्तर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। दुर्ग में सांसद विजय बघेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि चोरी-छिपे लोकतांत्रिक व्यवस्था की हत्या करते हुए राज्य की कांग्रेस सरकार ने इस बिला को केबिनेट से पास किया। इसके बाद इसे कानून कर रूप दे दिया। बीजेपी इसका विरोध करती है। इसके विरोध में 16 जनवरी को दोपहर 1 बजे हिंदी भवन के सामने बीजेपी कार्यकर्ता इस तनाशाही बिल के विरोध में प्रदर्शन करेगी। साथ ही सरकार से अपील करेगी कि श्वेत पत्र लाकर इस बिल को वापस लिया जाए।
बघेल ने कहा कि पूरे प्रदेश में अराजक्ता का माहौल है। नारायणपुर में जिस तरह से भोलेभाले आदिवासियों पर लाठी चार्ज किया गया। धर्मांतरण की आग में उन्हें झोंका जा रहा है, बीजेपी इसका विरोध करती है। कांग्रेस के संरक्षण में एक समुदाय विशेष द्वारा धर्मांतरण किया जा रहा है। इसका बीजेपी विरोध करती है, ऐसा होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने वर्ष 1975 के आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि आज छत्तीसगढ़ में वैसा ही माहौल बना दिया गया है। जो सरकार के खिलाफ बोलता है, उसे परेशान किया जाता है। सीधे जेल में डाल दिया जाता है। पुलिस के संरक्षण में लोगों को परेशान किया जा रहा है। कांग्रेस के नेता अपने आकाओं को खुश करने के लिए हमारी संस्कृति, सभ्यता को आघात पहुंचा रहे हैं। बस्तर की 12 सीटों पर आदिवासियों ने कांग्रेस पर विश्वास दिखाकर विधानसभा चुनाव में जीत दिलाई। लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने भोलेभाले आदिवासियों के विश्वास पर छुरा भोंका है। अब सड़क पर उतरकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। नारायणपुर की घटना निंदनीय है। छत्तीसगढ़ में इस तरह से धर्मांतरण नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने धर्मांतरण को लेकर कहा कि जो भी व्यक्ति धर्मांतरण करता है, उन्हें शासन स्तर पर पूर्व में मिलने वाली सुविधाएं भी समाप्त करनी चाहिए। इसके लिए केंद्र में कानून बनाए जाने की तैयारी की जा रही है। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाना है। इस अवसर पर बीजेपी के अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, महामंत्री ललित चंद्राकर, अजय तिवारी सहित अन्य मौजूद थे।
प्रदेश में आपातकाल जैसे हालात बना दिए कांग्रेस ने, दुर्ग में विधायक अरुण वोरा के संरक्षण में धर्मांतरण