जब एक किसान मुख्यमंत्री बनता है तो अच्छे-अच्छे अर्थशास्त्री को मात दे देता है, इस बार का बजट कुछ इसी तरह का है… – दीप सारस्वत
जब एक किसान मुख्यमंत्री बनता है तो अच्छे-अच्छे अर्थशास्त्री को मात दे देता है, इस बार का बजट कुछ इसी तरह का है… – दीप सारस्वत
मुख्यमंत्री अपने वायदों में खरा उतरे, उन्होंने राजीव न्याय योजना को बरकरार रखा, दुर्ग-रायपुर के लिए मेट्रो लेकर आ रहे हैं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय भी बढ़ा दिया
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने वायदों पर खरा उतरे हैं। उन्होंने जो वायदे प्रदेश की जनता से किए, वे सारे पूरे करने जा रहा है। इस बार के बजट में उन्होंने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। बजट ऐतिहासिक है। इसे लेकर छत्तीसगढ़ प्रोफेशनल कांग्रेस के समन्वयक दीप सारस्वत ने कहा कि नवा रायपुर से दुर्ग तक लाइट मेट्रो जल्द चलने वाली है। यह प्रदेश के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है। इससे विकास की राह और भी आसान होगी। उन्होंने अंतर्राष्टÑीय महिला दिवस के दो दिन पहले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं का मानदेय बढ़ाकर उन्हें सबसे बड़ा तोहफा दिया है।
प्रदेशवासियों को कई सौगातें दी गई हैं। महिलाओं, किसानो, बेरोजगारों व शिक्षा के क्षेत्र में भी कई प्रावधान बजट में तय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षित बेरोजगारों के लिए ढाई हजार रुपए प्रतिमाह भत्ता, राजीव गांध किसान न्याय योजना के लिए 6800 करोड़, ग्रामीण भूमिहिन कृषि मजदूर न्याय योजना का नगर पंचायत क्षेत्रों के विस्तार, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की में 43 फीसदी की बढ़ोत्तरी मुख्यमंत्री कन्या विवाह के लिए 38 करोड़, पत्रकार गृहनिर्माण ऋण अनुदान योजना बजट के महत्वपूर्ण अंग है। साथ ही शहरी नगरीय क्षेत्रों की अधेसंरचना के लिए एक हजार करोड़, नगरीय क्षेत्रों में औद्योगिक पार्क के लिए 50 करोड़, कोरबा में नवीन विद्युत ताप गृह के लिए 25 करोड़, 101 नवीन स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी विद्यालय के लिए 807 करोड़, चार नवीन चिकित्सा महाविद्यालय के लिए 200 करोड़ व खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के लिए 990 करोड़ दिए गए हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 10 हजार, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 7500, ग्राम कोटवारों, ग्राम पटेलों, मध्यान भोजन के रसोईयों व स्वच्छता कर्मियों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है। श्री वोरा ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य को कई सौगातें दी है। विकास की दिशा में यह बजट मील का पत्थर साबित होगा।
एक नजर में जानिए वर्ष 2023-24 के लिए तैयार बजट को
मुख्य आकर्षण ग्रामीण क्षेत्र एवं सामाजिक सुरक्षा
1. शिक्षित बेरोजगारों को 2500 रु. प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता
2. राजीव गांधी किसान न्याय योजना (6800 करोड़ रु.)
3. राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का नगर पंचायत क्षेत्रों के लिये विस्तार
4. सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि में 43% की वृद्धि (प्रतिमाह 500 रु.)
5. मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना (38 करोड़) पत्रकार गृह निर्माण ऋण अनुदान योजना अंतर्गत ब्याज अनुदान 50 लाख रु.
शहरी क्षेत्र 1. नगरीय क्षेत्रों में अधोसंरचना 1000 करोड़ रु.
2. दुर्ग से नवा रायपुर के लिये लाइट मेट्रो सेवा
3. नगरीय क्षेत्र में औद्योगिक पार्क 50 करोड़ रु.
4. कोरबा में नवीन ताप विद्युत गृह 25 करोड़ रु.
शिक्षा एवं स्वास्थ्य
1. 101 नवीन स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय 807 करोड़
2. राज्य में 4 नवीन चिकित्सा महाविद्यालय 200 करोड़
3. डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना 990 करोड़
मानदेय में वृद्धि
1. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हेतु रू. 10,000 प्रतिमाह
2. मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हेतु रू. 7500 प्रतिमाह
3. आंगनबाड़ी सहायिका हेतु रू. 5000 प्रतिमाह
4. मितानीनों के लिए रू. 2200 अतिरिक्त प्रतिमाह
5. ग्राम कोटवारों के लिए सेवा भूमि के आधार पर रू. 3000, रू. 4500 रू. 5500, रू. 6000 प्रतिमाह
6. ग्राम पटेलों के लिए रू. 3000 प्रतिमाह
7. मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम अंतर्गत रसोईयों हेतु रू. 1800 प्रतिमाह
8. विद्यालयों में कार्यरत स्वच्छता कमिर्यों हेतु रू. 2800 प्रतिमाह
9. होमगार्ड जवानों हेतु न्यूनतम रू. 6,300 से अधिकतम रू. 6,420 प्रतिमाह
10. स्वावलंबी गोठानों की संचालन समिति के अध्यक्ष हेतु रू. 750 एवं अशासकीय सदस्यों हेतु रू. 500 प्रतिमाह