राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय ने सुकमा में हुई जघन्य घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सुकमा में 6 साल की मासूम बच्ची के साथ अनाचार की घटना न सिर्फ कानून और समाज की नज़र में घृणित अपराध है, बल्कि इसने पूरी मानवता को भी शर्मसार कर दिया है। यह घटना मासूम बेटियों को सुरक्षा मुहैया कराने में राज्य सरकार की असफलता को भी उजागर करती है।
सरोज ने कहा कि उस बच्ची के अभिभावकों ने अपनी बेटी के उज्जवल भविष्य की उम्मीद में शिक्षा ग्रहण करने के लिए राज्य सरकार के आवासीय शिक्षा योजना के तहत पढ़ने के लिए भेजा था। उन्हें उम्मीद थी कि उनकी बेटी सुरक्षित रहेगी और शिक्षित होकर समाज और राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान देगी, लेकिन यह अत्यंत क्षोभ और दुःख की बात है कि प्रशसन अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह असफल रहा है।
सरोज ने कहा कि एक मासूम के साथ ऐसा जघन्य अपराध घटित हो गया। इस घटना ने शान्ति का टापू कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ को उद्वेलित कर दिया है। छत्तीसगढ़ में ऐसे जघन्य अपराध पहले कभी नहीं हुए। कमजोर प्रशासन और लचर कानून की स्थिति ने अपराधियों के हौसले बढ़ा दिए हैं। राज्य सरकार से अपेक्षा है कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर उनके कृत्य की कड़ी से कड़ी सजा दिलाए, ताकि यह दूसरों के लिए मिसाल बन सके और भविष्य में कोई भी ऐसा घृणित कृत्य करने के बारे में सोच न सके। सरोज ने कहा कि जिन प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन पर उस बच्ची की सुरक्षा और देखभाल की जिम्मेदारी थी, उनके खिलाफ भी कड़ी कार्यवाही की जाए।