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बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग जैसे स्टेशन अब एयरपोर्ट की तरह नजर आएंगे, अमृत भारत के तहत 49 स्टेशनों का कायाकल्प होगा

बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग जैसे स्टेशन अब एयरपोर्ट की तरह नजर आएंगे, अमृत भारत के तहत 49 स्टेशनों का कायाकल्प होगा


हिंदूवादी न्यूज । रायपुर

रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अकलतरा, तिलदा नेवरा, भिलाई पावर हाउस, गोंदिया, वडसा, चांदाफोर्ट जैसे देश के 49 स्टेशन अब एयरपोर्ट की तरह नजर आएंगे। इसके कायाकल्प के लिए केंद्र 1800 करोड़ रुपए खर्च करेगी। देश में विश्व स्तरीय यात्री सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अमृत भारत योजना शुरू की गई है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन कामों का शिलान्यास किया।

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि महत्वपूर्ण परियोजना में चांपा से जामगा तीसरी लाइन तथा पेंड्रा रोड से अनूपपुर तीसरी लाइन का काम पूरा हो चुका है। यात्री सुविधा, सुरक्षा तथा संरक्षा के साथ ट्रेन परिचालन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की पहली प्राथमिकता है । अमृत भारत स्टेशन स्कीम के अंतर्गत स्टेशनों का पुनर्विकास इसी प्राथमिकता की महत्वपूर्ण कड़ी है । यात्रियों की मांग तथा आकांक्षा के दृष्टिगत भारतीय रेल निरंतर ही बेहतर यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयत्नशील रही है । विकास के इस कार्य के साथ साथ रेल के अवसंरचना विकास का कार्य भी तीव्र गति से प्रगति पर है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में यात्री सुविधा तथा रेल विकास अवसंरचना का कार्य तेजी से चल रहा है। रेलवे अब रेल संपर्क विहीन क्षेत्रों के बीच रेल कनेक्टिविटी तथा बढ़ते हुए ट्रैफिक मांग व आधुनिक एवं उन्नत यात्री सुविधाओं के लिए रेल परियोजना पर काम कर रहा है । बढ़ती रेल कनेक्टिविटी स्थानीय लोगों के आर्थिक सामाजिक विकास में काफी लाभ देने वाली है। वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 2100 करोड़ की लागत से 206 किलोमीटर की बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन, 3500 करोड़ की लागत से 228 किलोमीटर की राजनांदगांव-नागपुर तीसरी लाइन, 1680 करोड़ की लागत से 165 किलोमीटर की अनुपपुर-कटनी तीसरी लाइन, 303 करोड़ की लागत से बिलासपुर-उसलापुर फ्लाई ओवर, 271 करोड़ की लागत से मंदिर हसौद – नवा रायपुर – केन्द्री नई लाइन, 543 करोड़ की लागत से 67 किलोमीटर की केन्द्री – धमतरी तथा अभनपुर – राजिम गेज परिवर्तन का कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त पब्लिक सेक्टर यूनिट तथा अन्य अभिकर्ताओं के साथ 4741 करोड़ की लागत से 231 किलोमीटर की खरसिया – कोरबा नई लाइन, 4970 करोड़ की लागत से 156 किलोमीटर की गेवरा रोड – पेंड्रा रोड नई लाइन, 1627 करोड़ की लागत से 95 किलोमीटर लंबी दल्लीराझरा – रावघाट नई लाइन आदि महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री ने देश भर में सम्‍पर्क में सुधार से रायगढ़ में सार्वजनिक कार्यक्रम में लगभग 6350 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण रेल क्षेत्र परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। इसमें चांपा से जामगा के बीच तीसरी रेल लाइन, पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन और अन्य परियोजनाएं शामिल है । रेल परियोजनाएं क्षेत्र में यात्रियों की आवाजाही के साथ-साथ माल ढुलाई को सुविधाजनक बनाकर सामाजिक-आर्थिक विकास शामिल है। इसके अलावा बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन का 75 किलोमीटर से अधिक का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसी तरह राजनांदगांव – नागपुर तीसरी लाइन का कार्य में 140 किलोमीटर की रेल लाइन कमीशन की जा चुकी है । जबकि कटनी से अनूपपुर के बीच 44 किलोमीटर की तीसरी लाइन का निर्माण किया जा चुका है । इसके साथ ही आधुनिक एवं उन्नत ऑटोमैटिक सिग्नल प्रणाली को अपनाते हुए 373 किलोमीटर के सेक्शन में इस कार्य को पूरा किया जा चुका है। जिसमें कुम्हारी से नागपुर तक तथा बिलासपुर से बिल्हा, जयरामनगर, घुटकू तक तथा चांपा से कोरबा तक का सेक्शन शामिल है ।