भाजपा ने दुर्ग जिले से सभी 6 सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। भाजपा की इन उम्मीदवारों को लेकर पार्टी में ही अंतर्कलह तेज हो गया है। माना जा रहा है कि भिलाईनगर से प्रेम प्रकाश पाण्डेय के अलावा अन्य उम्मीदवार काफी कमजोर हैं। इस सीट पर भी यदि देवेंद्र यादव चुनाव लड़ते हैं, तो प्रेम प्रकाश को भी कड़ी टक्कर मिलेगी। अन्य कोई प्रत्याशी उनके सामने टिक नहीं पाएगा। इसी प्रकार वैशाली नगर में रिकेश सेन के सामने कांग्रेस से इंद्रजीत सिंह छोटू को उतारे जाने की तैयारी है। ऐसे में भाजपा की यह सीट भी खतरे में पड़ती दिख रही है। अहिवारा से डोमनलाल कोरसेवाड़ा को भाजपा ने उतारा है। वे काफी बुजुर्ग हो गए हैं। इसके अलावा उनका जनाधार भी नहीं रहा गया है। इनका नाम तय होने के बाद से पार्टी ने बवाल मचा हुआ है। विरोध के स्वर तेज हैं। इधर उनके सामने कांग्रेस से निर्मल कोसरे को उतारने की तैयारी है। उन्हें टिकट मिलने से अहिवार की सीट भी भाजपा हारती दिख रही है। दुर्ग ग्रामीण में भाजपा ने ललित चंद्राकर को टिकट दी है। उनके सामने ताम्रध्वज साहू हैं, जो कि गृहमंत्री हैं। अब बात पाटन की, जहां से भाजपा ने विजय बघेल को टिकट दी है। यहां से भूपेश बघेल विधायक हैं। वे प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। उनका व्यापक जनाधार है। उनके कार्यकाल में पाटन ने बहुत विकास किया है। इस वजह से यह सीट भी भाजपा के हाथों से जाती दिख रही है। दुर्ग सीट से कांग्रेस के तीन बार के विधायक अरुण वोरा हैं। जिनकी पहुंच शहर में लगभग हर किसी के घर तक है। कांग्रेस की यह सबसे मजबूत सीट है। यहां पार्टी ने गजेंद्र यादव को टिकट दी है। उन्हें हर मामले में बहुत कमजोर माना जा रहा है। अरुण वोरा जैसे कद्दावर नेता के सामने इतना कमजोर चेहरा उतारे जाने को लेकर भी पार्टी में खासा विरोध है। इस प्रकार जिले में भाजपा का सूपड़ा साफ होता अभी से दिख रहा है। बता दें की कांग्रेस ने अब तक अपना उम्मीदवार तय नहीं किया है, तब यह स्थिति नजर आ रही है। टिकट की घोषणा के बाद और अधिक स्थिति स्पष्ट होगी।