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राम नाम की गूंज: देश का कोना-कोना दे रहा राम मंदिर के लिए योगदान, रामलला के आगमन पर उमंग और उत्सव का माहौल

राम नाम की गूंज: देश का कोना-कोना दे रहा राम मंदिर के लिए योगदान, रामलला के आगमन पर उमंग और उत्सव का माहौल


नई दिल्ली (एजेंसी)। अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा होनी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां पहुंचकर नए मंदिर में भगवान के बाल रूप की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस समय राम नगरी में राम नाम की गूंज है। रामलला के आगमन से पहले यहां उमंग और उत्सव का माहौल है। वहीं, अयोध्या के बाहर देशभर में तैयारियां जोरों पर हैं। देश के तमाम हिस्सों से राम लला के लिए उपहार और प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सामग्रियां भेजी जा रही हैं।

यूपी के एटा से अष्टधातु का घंटा
अयोध्या के भव्य श्रीराम मंदिर में 2100 किलो अष्टधातु का घंटा स्थापित किया जाएगा। पूरे परिसर में लगने वाला यह सबसे बड़ा घंटा होगा। 2100 किलो वजन का यह घंटा अष्टधातु से बनाया गया है। इससे निकलने वाले आवाज अद्भुत होगी। जो दूर-दूर तक लोगों को सुनाई देगी। घंटा निर्माण में करीब 25 लाख रुपये की लागत आई है। आकार में यह छह फीट ऊंचा और पांच फीट चौड़ा है। करीब चार साल में एटा के जलेसर में इस विशाल घंटे का निर्माण किया गया है। घंटे के दर्शन, पूजन करना का बाद 8 जनवरी को इसे अयोध्या पहुंचा दिया गया।

मध्य प्रदेश के उज्जैन से लड्डू
मध्य प्रदेश के उज्जैन से पांच लाख लड्डू श्री राम के मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भेजे जाएंगे। इसको लेकर पिछले दिनों ही प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश दिए थे। महाकालेश्वर मंदिर परिसर में लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई में शुद्ध देशी घी और सूखे मेवे के पांच लाख लड्डू तैयार किए जा रहे हैं। इसका वजन करीब 250 क्विंटल बताया जा रहा है। ये लड्डू 80 क्विंटल घी, 90 क्विंटल शक्कर, 70 क्विंटल चना दाल, 20 क्विंटल रवा, 10 क्विंटल रवा, पांच क्विंटल किशमिश और एक क्विंटल इलायची से बनाए जा रहे हैं। 16 जनवरी को तीन ट्रकों से लड्डू अयोध्या भेजे जाएंगे।

छत्तीसगढ़ से चावल और सब्जी
भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भव्य तैयारियां की जा रही हैं। 30 दिसंबर 2023 को 11 ट्रकों से तीन हजार क्विंटल चावल भेजा गया था। राज्य के राइसमिलर्स एसोसिएशन की तरफ से यह चावल भेजा गया है, जिसके लिए अयोध्या राम मंदिर समिति के पदाधिकारी चंपत राय ने इन्हे पत्र लिखा था। सभी 33 जिलों से चावल जुटाया गया है। इसमें राज्य की सबसे अच्छी किस्म का चावल भी शामिल है। 22 जनवरी के दिन इस चावल का इस्तेमाल भगवान श्रीराम के महाभंडारे में होगा।

जानकारी के अनुसार, चावल भेजने के बाद राज्य से 100 टन सब्जी भी भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से बीते दिनों राज्य अतिथि गृह पहुना में छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान संघ के सदस्यों ने मुलाकात की। इस दौरान किसानों ने 100 टन सब्जी अयोध्या भेजने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री साय ने किसानों के इस प्रयास पर मुहर लगा दी है। जल्द ही किसान सब्जी इक_ा कर भगवान राम की नगरी अयोध्या भेजेंगे।

राजस्थान से सरसो तेल
प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए राजस्थान में जयपुर से सरसो के तेल के 2100 पीपे अयोध्या भेजे गए हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यात्रा को भगवा ध्वज दिखाकर रवाना किया। जानकारी के मुताबिक, सीता रसोई में बनने वाला प्रसाद जयपुर के चांदपोल स्थित गंगा माता मंदिर से भेजे गए तेल-घी से बनेगा। यह तेल रामलला के दर्शन करने वाले भक्तों के लिए प्रसादी बनाने के लिए उपयोग किया जाएगा। तेल को बनाने में देशभर से कच्ची सरसो मंगवाई गई है। सरसो की विविधता को बढ़ावा देने के लिए इस कच्ची सरसो का उपयोग किया जा रहा है।

गुजरात से धूपबत्ती, साड़ी
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए गुजरात के बड़ोदरा से 108 फीट लंबी धूपबत्ती अयोध्या भेजी गई है। बुधवार को धूपबत्ती रामनगरी पहुंची और इसे ट्रस्ट को सौंप दिया गया। बताया गया कि ये देसी गाय के गोबर, घी और धूप सामग्री सहित अनेक जड़ी बूटी से तैयार की गई है और इसकी सुगंध करीब 50 किमी तक फैलेगी। धूपबत्ती 3,610 किलो की है। बताया जा रहा है कि प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही ये करीब डेढ़ महीने तक जलेगी।

सूरत शहर में तैयार की गई एक विशेष साड़ी मंदिर अधिकारियों को भेजी जाएगी। भगवान राम और अयोध्या मंदिर की तस्वीरों वाली साड़ी सीता जी के लिए है और इसका पहला टुकड़ा रविवार को सूरत के एक मंदिर में चढ़ाया गया।

सूरत के ही एक हीरा व्यापारी ने 5,000 अमेरिकी हीरे और दो किलो चांदी का उपयोग करके राम मंदिर की थीम पर एक हार बनाया है। 40 कारीगरों ने 35 दिनों में डिजाइन पूरा किया और हार को राम मंदिर ट्रस्ट को उपहार में दे दिया गया है।

महाराष्ट्र
नागपुर में रहने वाले शेफ विष्णु मनोहर ने घोषणा की है कि वह प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले भक्तों के लिए 7,000 किलोग्राम ‘राम हलवाÓ तैयार करेंगे।

तेलंगाना से सोने की चरण पादुका
हैदराबाद के 64 वर्षीय चल्ला श्रीनिवास शास्त्री सोने की परत चढ़े चरण पादुका भेंट करने के लिए लगभग 8,000 किमी की दूरी तय करके पैदल ही अयोध्या पहुंचे हैं। शास्त्री के मुताबिक, यह उनके ‘कारसेवकÓ पिता का सपना था, जिसे उन्होंने पूरा किया है।

आंध्र प्रदेश
तिरूपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर अयोध्या में भक्तों के लिए एक लाख लड्डू भेजेगा। इसकी घोषणा मंदिर समिति तिरुमला तिरूपति देवस्थानम (टीटीडी) ने की है।