अवैध प्लाटिंग के मामले की शिकायत मिलने पर एसडीएम श्री लक्ष्मण तिवारी ने की कार्रवाई
दुर्ग। मुखमंत्री के गृह जिले दुर्ग में अवैध प्लाटिंग का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। रविवार को कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार के निर्देशानुसार जिले में अवैध प्लॉटिंग एवं राजस्व के मामलों में तेजी से निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई एवं मॉनिटरिंग का दावा किया जा रहा है। इसके तहत रविवार को एसडीएम लक्ष्मण तिवारी एवं टीम ने आवश्यक कार्रवाई की। ग्राम जेवरा निवासी राम अवतार सहित अन्य पांच लोगों द्वारा अवैध प्लाटिंग की शिकायत की गई थी। जिस के निराकरण हेतु एसडीएम द्वारा त्वरित कार्यवाही की गई।
शिकायत की जाँच के दौरान पाया गया कि ग्राम जेवरा पटवारी हल्का नंबर 07 तहसील व जिला दुर्ग में स्थित भूमि खसरा नंबर 496/1 रकबा 0.7263 हेक्टेयर राम अवतार पिता जगनाथ अन्य पांच के नाम पर भूमि स्वामी के नाम पर दर्ज है। खसरा नंबर 156 रकबा 0.530 हेक्टेयर मोहन पिता चंद्रिका अन्य 02 के नाम पर दर्ज है व खसरा नंबर 151/1 रकबा 0.410 हेक्टेयर श्रीराम पिता गोवर्धन अन्य दो के नाम पर दर्ज है।
इन दोनों भूखंडों में महावीर डेवलपर्स द्वारा अवैध प्लाटिंग किया जाना पाया गया। महावीर डेवलपर्स के संचालक योगेश पाण्डे पर कार्रवाई करते हुए एसडीएम दुर्ग ने एफ़.आई.आर दर्ज करने तथा नियमनुसार कार्रवाई के निर्देश दिए।
श्री तिवारी ने बताया की ऐसी काफी शिकायतें आयी हैं। शिकायतों की जाँच के बाद यह स्पष्ट होता है कि योगेश पाण्डे किसानों को गुमराह कर अवैध प्लाटिंग का काम कर रहे हैं। इसी प्रकार दलवीर सिंह (एस.एस.व्ही. ग्रुप) व मानसिंग चौधरी, शमशेर खान, रहिम खान द्वारा अवैध प्लाटिंग की शिकायत भी प्राप्त हुई है, जल्द ही सभी मामलों में जाँच कर दोष सिद्ध होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चिखली, नेहरूनगर बायपास के पास भी अवैध प्लाटिंग
जिले में अवैध प्लाटिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। इस पर पूरी तरह रोक नही लग पाई है। चिखली और धमधा नाका से नेहरूनगर तक बायपास रोड पर अवैध प्लाटिंग धड़ल्ले से जारी है। बावजूद करवाई नहीं की है। इधर प्रशासन ने पिछले दिनों कोहका, बोरसी और बायपास रोड पर कारवाई जरूर की थी, लेकिन इन क्षेत्रों में प्लाटिंग जारी है। बायपास पर प्लाटिंग करने वाला प्रशासन के नाक के नीचे पिछले 15 सालों से सक्रिय है। इस धंधे में अगला करोड़ों रुपए कमा चुका है। राजनीतिक पहुंच के चलते उसने प्रशासन को नतमस्तक कर रखा है। आपको बता दें कि यह वही है जिसने पूर्व मुख्यमंत्री का विरोध किया था, जबकि ये जनाम कांग्रेस में ही सक्रिय हैं। उन्होंने कई मोर्चे में विधायक अरुण वोरा का भी विरोध किया। यहां तक पटरी पार में उनका पुतला भी फूंक दिया था। वर्तमान में बड़ा बंगलो और फ्लैट भी बना रहा है, जिस पर बुलडोजर भी चला। खबर है कि बाद में रायपुर में एक बड़े नेता के जरिए मीटिंग कराकर सब कुछ मैनेज भी करा लिया गया।