बेमेतरा। जिले में चाहे शहर की सड़क हो या फिर ग्रामीण सड़कें। सड़क पर बैठे मवेशियों के जमघट ने वाहन चालकों को परेशान कर रखा है। रात में स्थिति बहुत अधिक खराब है। हर समय हादसे की संभावना बनी हुई है। सड़़क पर आवारा पशुओं के विचरण पर रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा कार्रवाई जा रही है। तय किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशु पालकों द्वारा सड़कों, सार्वजनिक स्थानों, उद्यानों में विचरण करते पाए जाने पर संबधित पशुपालकों से जुर्माना वसूला जाएगा। पशुओं को निकटतम कांजी हाउस भेजा जाएगा। पुनरावृत्ति होने पर जुर्माना राशि ली जाएगी। साथ ही पशु अतिचार अधिनियम के तहत् पशुपालकों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। ये कार्रवाई महज खानापूर्ति साबित हुई है। ग्रामीण सड़कों में सकड़ों की संख्या में मवेशी रोजाना बैठ रहे हैं। रात में सबसे ज्यादा दिक्कत बनी हुई है
कलेक्टर पीएस एल्मा स्वयं खुले में घूम रहे आवारा ए घुमंतू पशु. मवेशियों की धरपकड़ कर मवेशियों को गौठानों. कांजी हाउसों में पहुँचाने को लेकर सतत मॉनिटरिंग कर रहे है। उन्होंने इसके लिए ज़िला स्तरीय समिति का गठन भी किया है। समिति में अपर कलेक्टरए मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहितए नगर पालिकाएपशुधन आदि विभाग के अधिकारी सदस्य सदस्य है। समिति सदस्य भी बराबर निरीक्षण कर रहे है। मवेशियों को सड़कोंएचौक.चौराहों पर विचरण नहीं करें इसके लिए दिये गये सख़्त निर्देश दिए गए है। इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधर रही है।
कलेक्टर की निर्देशन में बेमेतरा शहर ही नहीं बल्कि आसपास के दूसरे नगरीय निकायों मे भी खुले में घूम रहे मवेशियों की धरपकड़ दिन .और रात जारी है। बीते एक हफ़्ते के भीतर ज़िले में खुले में घूम रहे और सड़कों पर बैठने वाले सौकड़ों मवेशियों को पकड़ कर गौठानों. कांजी हाउसों में पहुँचाया जा चुका है।
कलेक्टर श्री एल्मा ने अधिनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आवारा मवेशियों की धरपकड़ में किसी भी तरह का कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगरीय निकाय और पशुपालन विभाग के दल आज भी दिन भर खुले में घूमने वाले मवेशियों को रास्तों से पकड़ कर उठाने में लगे रहे। बेमेतरा शहर में मुख्य सड़क, चौराहे से लेकर राष्ट्रीय, राजमार्ग, दुर्ग, कबीरधाम, सिमगा जाने वाली सड़क पर आवारा पशुओं और खुली सड़कों पर घुम रहे मवेशियों को नगर निकाय के अमले ने पकड़ पास के गौठान और कांजी हाउस पहुँचाया। ज़िले के बेरला नगर पालिकाए सजा और ननवागढ़ में रोका-छेका अभियान के तहत आवारा और सड़क पर घूम रहे मवेशियों को पकड़ गौठान में भेजा गया।
इस दौरान पशुपालन विभाग के अधिकारियोंए पशु चिकित्सकों और नगर निकाय के समन्वय से आवारा मवेशियों के गले में रेडियम बेल्ट भी डाला जा रहा हैए ताकि रात के समय गाड़ियों की लाइट से बेल्ट चमकने से सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके। पशुपालन विभाग के कर्मचारियों ने पशुओं की टेगिंग भी की ताकि ऐसे पशुओं की पहचान की जाकर आगे उनके मालिकों के विरुद्ध करवाई की जा सके। खुले में घूम रहे मवेशियों की धर पकड़ में स्थानीय पार्षदों, सरपंचों, राजीव गांधी युवा मितान क्लब के सदस्यों और जनप्रतिनिधियों की भी सहायता ली जा रही है ।