दुर्ग । जिला भाजपा कार्यालय से चुनाव का संचालन प्रत्याशियों के लिए पराजय के टोटके का एक बड़ा कारण बना हुआ है। परिणाम स्वरूप घोषित प्रत्याशी भाजपा कार्यालय की बजाय किसी अन्य दूसरी जगह पर नया कार्यालय खोलकर वहां से चुनाव संचालन को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। पिछली बार लोकसभा के चुनाव में विजय बघेल का यह प्रयोग उनकी जीत का बड़ा कारण बना है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में अपने 15 वर्ष के शासन काल के दौरान कई जिलों में अपने नये कार्यालय बनाए है। इसमें दुर्ग का जिला भाजपा कार्यालय भी शामिल है। दुर्ग में तहसील कार्यालय के पीछे भारतीय जनता पार्टी का तीन मंजिला कार्यालय स्थापित है। सर्व सुविधा युक्त इस कार्यालय में मीटिंग के लिए एक बड़े हाल के साथ अतिथियों व पदाधिकारियों के लिए अलग अलग कक्ष बनाया गया है। प्रेसवार्ता के लिए भी अलग कक्ष स्थित है। कार्यालय में किचन के साथ अन्य सुविधाएं भी है और भविष्य के लिए लिफ्ट लगाने की सुविधा भी शुरू होने वाली है। लेकिन सुविधा व संसाधनों से लैस यह कार्यालय प्रत्याशियों के लिए जीत की बजाय ज्यादातर हार का कारण बना हुआ है। बताया गया है कि पिछले कुछ चुनावों में जितने भी प्रत्याशियों ने जिला भाजपा कार्यालय से चुनाव का संचालन किया है। उन्हें चुनाव में जीत नहीं बल्कि पराजय मिली है।
जाने किन्हे मिली है पराजय
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सरोज पाण्डेय ने दूसरे लोकसभा चुनाव में जिला भाजपा कार्यालय से चुनाव संचालन किया था लेकिन मोदी लहर के बावजूद उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। इसके बाद स्व. हेमचंद यादव ने जब पांचवीं बार विधानसभा का चुनाव लड़ा तब उन्होंने भी जिला भाजपा कार्यालय से चुनाव का संचालन किया। उन्हें भी पराजय का सामना करना पड़ा। पिछले विधानसभा के चुनाव में चन्द्रिका चन्द्राकर भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी थी। उन्होंने भी जिला भाजपा कार्यालय से चुनाव संचालन किया। उन्हें भी चुनाव में पराजय मिली। इस तरह प्रत्याशियों की मिली लगातार हार की वजह से यह कार्यालय चुनाव लड़ने वालों के लिए अशुभ बना हुआ है।
विजय बघेल ने बाहर से किया संचालन, हुए विजयी
पिछले लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व विधायक व संसदीय सचिव रह चुके विजय बघेल को प्रत्याशी बनाया था। विजय बघेल भाजपा कार्यालय से किए गए चुनाव संचालन के बाद सामने आए परिणामों से वाकिफ थे। इसलिए उन्होंने गंजपारा में अपना नया कार्यालय खोला और वहीं से चुनाव संचालन किया। परिणाम स्वरूप श्री बघेल पूरे देश में सबसे अधिक मतों से चुनाव जीतने वाले सांसद बने। श्री बघेल की यह जीत एक इतिहास बन गई है।
गजेन्द्र भी खोलेंगे बाहर अपना कार्यालय
दुर्ग शहर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी गजेन्द्र यादव भी विजय बघेल की तर्ज पर जिला भाजपा कार्यालय से चुनाव का संचालन करने के पक्ष में नहीं है। श्री यादव भी श्री बघेल के गंजपारा स्थित पुराने कार्यालय की जगह पर नया कार्यालय शुरू करने जा रहे हैं। इसका उद्घाटन नवरात्रि के पहले दिन होगा। उन्होंने बताया कि भाजपा कार्यालय में नीति व निर्देशों पर निर्णय लिया जाता है। चूंकि कार्यालय में सभी तरह के लोग आते हैं। इसलिए गोपनीयता बनाए रखने दूसरी जगह कार्यालय खोला जा रहा है। श्री बघेल की तरह श्री यादव के लिए भी यह प्रयोग कितना कारगर साबित होगा। इसका पता मतगणना के बाद ही चलेगा।