कांग्रेस में टिकट वितरण के बाद से बवाल मचा हुआ है। पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी से लेकर कई वरिष्ठ नेता खासे रुष्ठ हैं। उन्होंने पार्टी के खिलाफ खुलकर आग उगलना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं वे हर जगह यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि पार्टी ने गलत किया। पहले जिला अध्यक्षों को टिकट नहीं देने की बात कही। यहां तक कहा कि यदि उन्हें टिकट चाहिए तो अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ेगा, लेकिन बिना अध्यक्ष पद छोड़े ही प्रदेश में पांच कांग्रेस अध्यक्षों को टिकट दे दिया। इससे पार्टी के कार्यकर्ता खासे नाराज हैं। दुर्ग जिले में पार्टी ने वैशालीनगर से मुकेश चंद्राकर और अहिवारा से निर्मल कोसरे को टिकट दिया है। निर्मल कोसरे इस समय महापौर हैं। वे पहले ही दो पदों पर हैं। एक महापौर और दूसरा दुर्ग ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष। इसी प्रकार मुकेश चंद्राकर भिलाई कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दामाद क्षितिज चंद्राकर के मामा है। खबर है कि क्षितिज चंद्राकर के कहने से ही मुकेश चंद्राकर को टिकट दी गई है। जबकि वैशालीनगर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित करने वालों की एक लंबी लिस्ट है।
नाराज होकर एक जिला अध्यक्ष ने पार्टी छोड़ी
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने सभी 90 सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। इनमें पांच जिलाध्यक्षों को भी टिकट दी गई है। टिकट वितरण से नाराज एक जिलाध्यक्ष सागर बैस ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने जनता कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है। निगम-मंडल, आयोग के सात अध्यक्षों को भी टिकट दी गई है। इससे भी पार्टी में नाराजगी है। पार्टी ने जिला अध्यक्षों में रश्मि चंद्राकर, निर्मल कोसरे, मुकेश चंद्राकर, विजय केशरवानी आैर राघवेन्द्र सिंह को टिकट दी है। इसी प्रकार निगम, मंडल, आयोग के अध्यक्षों में शैलेष नितिन त्रिवेदी, संदीप साहू, अटल श्रीवास्तव, थानेश्वर साहू, देवेन्द्र बहादुर सिंह आैर महंत रामसुंदर दास को मैदान में उतारा है।
जल्द नए अध्यक्षों की नियुक्ति की तैयारी
खबर है कि कांग्रेस में सभी पांच नए अध्यक्ष बनाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए नामों का पैनल भी तैयार कर लिया गया है। चुनाव से पहले इन नामों की घोषणा कर दी जाएगी। ताकि नाराज चल रहे लोगों को मनाया जा सके। बहरहाल कांग्रेस की इन सीटों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की नाराजगी से समीकरण बिगड़ने का खतरा बढ़ गया है।
कांग्रेस के निर्णय से कार्यकर्ता नाराज, 5 जिलाध्यक्षों को टिकट बांटा, जबकि पहले कहा था उन्हें टिकट नहीं मिलेगा, टिकट के लिए पद से इस्तीफा देकर आवेदन करना होगा, पर ऐसा नहीं हुआ