नहीं थम रहा महादेव बुक का ऑनलाइन सट्टा, 6 आरोपी फिर गिरफ्तार, वारासिवनी में चला रहे थे रैकेट
हिंदूवादी। न्यूज
दुर्ग सहित पूरे देश में ऑनलाइन सट्टा का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी लगातार यह कारोबार फलफूल रहा है। मझौले स्तर के आरोपियों को पकड़कर पुलिस अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त है। इधर एप का मास्टरमाइंड पुलिस की आंख में धूल झोंककर विदेशों में बैठकर यह गोरखधंधा ऑपरेट कर रहा है और बेरोजगार युवाओं और गरीब-मध्यमवर्गीय परिवार के लोगों को भविष्य खराब कर रहा है। राज्य शासन भी इस पूरे मामले में अधिक संवेदनशील नजर नहीं आ रही है। इसके चलते इन सट्टा संचालकों के हौसले बुलंद हैं। उन्हें किसी का डर नहीं है।
दुर्ग पुलिस ने पैनल चलाने वालों को गिरफ्तार किया
दुर्ग पुलिस ने महादेव बुक पर मध्यप्रदेश के वारासिवनी बालाघाट से 190 नंबर की ब्रांच पर कार्रवाई करते 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से कुछ बहीखाते मिले हैं, जिससे पता चला है कि एक ब्रांच से एक दिन में ये लोग 6-8 लाख रुपए की कमाई करते थे। आरोपियों के पास से 3 लैपटॉप, 14 मोबाइल व एटीएम कार्ड जब्त किए गए हैं।
आरोपियों में भिलाई खुर्सीपार निवासी आशीष मेहरा (30 साल), आकाश यादव (22 साल), संदीप चौधीरी (28 साल), कैलाश नगर निवासी मो. इमरान (32 साल) जलेबी चौक छावनी निवासी विनय कुमार (33 साल) और छावनी निवासी धर्मेंद्र वर्मा (22 साल) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जब इनकी कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि इनका संबंध शारदा निवासी भीम से है। भीम महादेव पैनल चालने और फर्जी खाता खुलवाने के मामले मास्टर माइंड है। पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार पर सभी लड़कों का लोकेशन मध्यप्रदेश के वारा सिवनी जिला बालाघाट निकला। एक जगह पर लोकेश मिलने पुलिस का शक पुख्ता हो गया। दुर्ग एसपी ने एक टीम बनाकर बालाघाट भेजा। 31 दिसंबर की रात वहां पहुंचकर एक किराए के मकान में छापा मारा तो भीम सहित सभी लोग रंगे हाथ महादेव बुक का काम करते गिरफ्तार किए गए। पुलिस के चंगुल से भीम फरार हो गया।
15 हजार रुपए महीने में दी नौकरी
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि भीम ने उन्हें 15 हजार रुपए महीने पर काम दिया था। उसने उन्हें बताया था कि उन्हें सिर्फ लैपटॉप पर मैसेज भेजना हैथ इससे वो लोग इस काम के लिए राजी हो गए। आरोपियों का यह भी कहना है कि पहले वो लोग 8-10 हजार की नौकरी करते थे। 15 हजार रुपए मिलने से वह इसके लिए राजी हो गए, जो कि गलत था।
महादेव बुक आईडी से जब्त बही खाता
पुलिस ने जब आरोपियों के पास से जब्त बहीखाता को खंगाला तो पता चला कि महादेव की एक ब्रांच में एक दिन का मुनाफा 6-7 लाख रुपए था। 29 दिसंबर के खाता बही को चेक करने पर पता चला कि महादेव के खाते में 11.40 लाख रुपए आए और 4.84 हजार रुपए जीत का देना पड़ा। इससे पता चला कि एक दिन का एक ब्रांच का मुनाफा 6.56 हजार व उससे अधिक है।