जिला अस्पताल में किन्नर ने मचाया हंगामा, स्टाफ नर्स को मारा थप्पड़,वार्डबाय से की बदसलूकी
स्टाफ नर्स पहुंचे थाना, शिकायत के बाद किन्नर गिरफ्तार
दुर्ग। किन्नरों द्वारा लोगों से दुर्व्यवहार व अभद्रता करने की घटनाएं
लगातार सामने आ रही है। इस बीच जिला अस्पताल में शुक्रवार की रात एक किन्नर ने सारी हदें पार कर दी। नशे में धुत किन्नर ने पहले अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया, फिर ड्यूटी में तैनात स्टाफ नर्स को थप्पड़ भी जड़
दिया। वार्डबाय से बदसलुकी भी की। यह किन्नर अपने एक साथी किन्नर को इलाज
के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची थी। यहां किन्नर ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा मचाया। जिससे नाराज जिला अस्पताल के स्टाफ नर्स व अन्य कर्मचारियों ने रात में ही काम बंद कर घटना की शिकायत के लिए
कोतवाली पुलिस थाना पहुंचे। मामले में पुलिस द्वारा किन्नर के खिलाफ
अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसके बाद ही स्टाफ नर्सो का गुस्सा शांत हुआ।पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात जिला अस्पताल में किन्नर
काजल ने जमकर हंगामा मचाया। शराब के नशे में धुत किन्नर ने स्टाफ नर्स को थप्पड़ भी जड़ दिया। घटना से नाराज जिला अस्पताल का स्टाफ कोतवाली थाना
पहुंचा था। यह घटना शुक्रवार रात करीब 7.45 बजे की है। काजल नाम की
किन्नर अपने एक साथी किन्नर दुर्गा को इलाज कराने अस्पताल लेकर पहुंची थी। इस दौरान काजल किन्नर ने तीन स्टाफ नर्स और एक वार्डबॉय के साथ
बदसलूकी करते हुए मारपीट की। किन्नर के हंगामे को देख नर्सों ने काम बंद कर दिया और थाने पहुंचकर काजल किन्नर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। दुर्ग
कोतवाली पुलिस ने नर्स मीनाक्षी बारिक की शिकायत पर काजल किन्नर व उसके साथी के खिलाफ कार्य में बाधा पहुंचाने, मारपीट करने सहित अन्य धाराओं के
तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया है कि पुलिस के हत्थे चढ़े किन्नर काजल कोतवाली पुलिस थाना अंतर्गत एक पुराने मामले में धारा 302 का आरोपी भी है। वह करीब एक साल पहले हथकड़ी समेत पुलिस को चकमा
देकर फरार हो गया था। पुलिस को उसकी तलाश भी थी।उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में पूर्व में भी चिकित्सकों एवं स्टाफ नर्स के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं हो चुकी है। इसे लेकर स्टाफ में जमकर आक्रोश है। नर्सिंग स्टाफ ने इस पूरे मामले की शिकायत कर्मचारी संघ में
भी की है। इसके अलावा अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की गई है। नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि नाइट ड्यूटी के दौरान पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए जिससे इस तरह की घटनाएं न हो सके एवं आम लोगों को बेहतर
चिकित्सा सुविधा मिल सके।