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बीजापुर का एएसआई महादेव एप के जरिए सट्टा खिलाने वालों को दे रहा था संरक्षण, सीएम के ओएसडी और सलाहकार से भी पूछताछ

बीजापुर का एएसआई महादेव एप के जरिए सट्टा खिलाने वालों को दे रहा था संरक्षण, सीएम के ओएसडी और सलाहकार से भी पूछताछ


देर आए पर दुरुस्त आए। ईडी ने महादेव एप के जरिए ऑनलाइन सट्टे के कारोबार पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। लंबे समय से सट्टे का यह गोरखधंधा छत्तीसगढ़ में फलफूल रहा है। शिक्षित बेरोजगार इस शॉर्टकट के जरिए पैसे कमाने के नाम पर अपना सब कुछ बर्बाद कर रहे हैं। वहीं खाईवाली करने और इसे संरक्षण देने वाले करोड़ों कमा रहे हैं। पिछले करीब 3 सालों में यह कारोबार तेजी से बढ़ा है। कार्रवाई के नाम पर छत्तीसगढ़ में सिर्फ खानापूर्ति होने से सट्टा खिलाने वालों के हौसले काफी बढ़ गए थे। अब ईडी ने इसकी जांच शुरू कर दी है। इसके बाद परत दर परत खुलासे हो रहे हैं। जानिए पूरी खबर…

एएसआई चंद्रभूषण समेत 4 लोग 29 अगस्त तक ईडी की रिमांड ने

इस मामले में बीजापुर के एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, पेट्रोल पंप एवं ज्वैलरी शॉप संचालक अनिल दम्मानी उसके भाई सुनील दम्मानी और महादेव ऐप के संचालक सौरभ चंद्राकर के चाचा सतीश चंद्राकर को गिरफ्तार किया गया है। उक्त चारों को विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया गया। इस दौरान ईडी के अधिवक्ता सौरभ पांडेय ने पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड का आवेदन पेश किया। साथ ही न्यायाधीश को बताया कि गिरफ्तार किए गए उक्त चारों आरोपियों के घर से लेनदेन के दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप, कम्प्यूटर और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जांच के लिए जब्त किया गया है। इसके संबंध में पूछताछ कर बयान लेना है। वहीं बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने इसका विरोध करते हुए कहा कि तलाशी के दौरान नकदी, प्रॉपर्टी और अन्य किसी भी तरह का संदेहजनक दस्तावेज नहीं मिला है। उनके पक्षकारों को परेशान करने के लिए रिमांड पर लिया जा रहा है। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद 6 दिन का रिमांड को मंजूर किया। साथ ही 29 अगस्त को कोर्ट में सभी आरोपियों को पेश करने कहा। इसके बाद से आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

सीएम सलाहकार और ओएसडी से भी पूछताछ

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के देवेंद्र नगर, ओएसडी मनीष बंछोर, आशीष वर्मा और सीएम के करीबी विजय भाटिया के भिलाई स्थित ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की। यह कार्रवाई महादेव ऐप के जरिए ऑनलाइन सटटा खिलाने और इसकी रकम हवाला के जरिए खपाने के इनपुट के आधार पर की गई है। पिछले दो दिनों में हुई छापे की कार्रवाई के दौरान इसके साक्ष्य मिलने के बाद बुधवार की सुबह रायपुर और भिलाई में 4 ठिकानों पर छापे मारे गए हैं। इस दौरान तलाशी में मिले दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को जब्त किया गया है। इस समय विनोद वर्मा के देवेन्द्र नगर स्थित घर में तलाशी चल रही है। वहीं भिलाई स्थित ओएसडी मनीष बंछोर, आशीष वर्मा और सीएम के करीबी विजय भाटिया के भिलाई स्थित ठिकानों पर कार्रवाई करने के बाद देर शाम को टीम लौट आई है। बताया जाता है कि महादेव ऐप में इन सभी की भूमि को जांच के दायरे में लिया गया है। हालांकि मनीष बंछोर के घर के बाहर उनके समर्थकों ने ईडी की गाड़ी को नुकसान पहुंचाया। खबर है कि तोड़फोड़ भी की गई। इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस से की गई है।

महादेव एप का मास्टर माइंड सौरभ चंद्राकर,

महादेव ऐप के जरिए सट्टा खिलाने वाले और उनसे जुड़े हुए करीब 12 लोगों को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है। इन सभी से ईडी के टिकरापारा स्थित दफ्तर में पूछताछ भी की गई है। बताया जाता है कि ऐप संचालक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल विदेश में हैं। वहीं से बैठकर पर एप ऑपरेट कर रहे हैं। उनके भाई रोहित और राहुल से पूछताछ के दौरान ईडी को महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी। इसके आधार पर छत्तीसगढ़ में शिकंजा कसा गया है।

भिलाई के कांग्रेस नेताओं और मीडिया कर्मियों से भी हो सकती है पूछताछ

ईडी की यह जांच महादेव एप के जरिए सट्टा खिलाने वालों को संरक्षण देने वालों को लेकर की जा रही है। ईडी के अधिकारी ने बताया कि भिलाई के कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं के नाम सामने आएं हैं। उनके खिलाफ मिली जानकारी की तस्दीक की जा रही है। इसके बाद उन नेताओं से भी पूछताछ संभव है। सीएम ओएसडी मनीष बंछोर से इन नेताओं के संबंध सामने आए हैं। वैशाली नगर के एक भाजपा नेता का भी नाम सामने आया है, लेकिन इन नामों का खुलासा नहीं किया गया है। जानकारी के मुताबिक कुछ मीडिया कर्मी का भी नाम महादेव एप से ऑनलाइन सट्टा के इस कारोबार में सामने आया है। उनसे भी पूछताछ की तैयारी है।