प्रदेश की सबसे वीआईपी सीट पाटन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का प्रचार अब तक सही तरीके से शुरू नहीं हुआ है। वे पूरी तरह से इस समय 7 नवंबर को होने वाले मतदान वाली सीटों पर जन प्रचार के लिए सक्रिय हैं। इस बीच पाटन से भाजपा प्रत्याशी विजय बघेल पिछले महिनेभर से चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। इस बीच वे भूपेश बघेल को कोसने में कहीं कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इससे जनता के बीच उनकी निगेटिव छवि सामने आ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर बात भी शुरू हो गई है। इस बीच विजय बघेल के बिजनेसमैन भाई संजय बघेल भी सक्रिय हो गए हैं। उनकी कार्यप्रणाली से भाजपा के कार्यकर्ता रुष्ठ होने लगे हैं। उन कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं होने से उनके मन में नाराजगी घर कर गई है। संजय बघेल पेशे से बड़े बिजनेसमैन हैं। रायपुर में उनका बड़ा कंस्ट्रक्शन का काम है। नाराज चल रहे लोगों में बहुत से वो लोग हैं, जो सरोज और हेमचंद यादव के खेमे से अलग होकर विजय बघेल से जुड़े थे। अब उन्हें न संगठन में कहीं जगह मिल पा रही है, न ही विजय बघेल की तरफ से। इस बीच संजय बघेल के सक्रिय होने से पाटन के कार्यकर्ताओं में निराशा छाने लगी है। पाटन में विजय बघेल की पत्नी रजनी बघेल, बेटी प्रतीक्षा और दामाद अनंत कुमार भी चुनावी प्रचार में कूद पड़े हैं। उनकी ब्रांडिंग भी की जा रही है। हर जगह परिवारबके इन सदस्यों को आगे रखा जा रहा है। पाटन में फिलहाल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कम ही नजर आए हैं। हालांकि उनके समर्थक और कांग्रेस के बड़े नेता पाटन में प्रचार संभाल रहे हैं।
जोगी ने ठोकी चाचा-भतीजे के खिलाफ ताल, गरीबों को ठगने का आरोप लगाया
पाटन में चाचा और भतीजे के बीच जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से अमित जोगी ने ताल ठोक दी है। उन्होंने कहा कि दाऊ परिवार ने पाटन की जनता को ठगने का काम किया है। पाटन की जनता के कहने पर ही वे पाटन से चुनाव लड़ रहे हैं। पाटन में वे गरीब, आदिवासी, सतनामी और हर जरूरत मंद की आवाज बुलंद करेंगे। दाऊ राज खत्म करेंगे। चाचा भतीजे ने मिलकर पिछले 30 सालों से पाटन की जनता को गुमराह किया है। अब ऐसा नहीं चलेगा। बता दें कि भूपेश बघेल चाचा और विजय बघेल रिश्ते में उनके भतीजे हैं।