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पतोरा पंचायत ने ऐसा किया जो देश का कोई और गांव नहीं कर पाया, 4 मार्च को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित, देखिए पूरी खबर…

पतोरा पंचायत ने ऐसा किया जो देश का कोई और गांव नहीं कर पाया, 4 मार्च को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित, देखिए पूरी खबर…


दुर्ग से लगे ग्राम पतोरा पंचायत ने वह कर दिखाया है, जो देश की दूसरी कोई पंचायत नहीं कर पाई। इस प्रयोग से पंचायत को हर महीने 30 हजार से ज्यादा की आमदनी हो रही है। पिछले करीब 4सालों से यह काम कर रहे हैं। पंचायत को एक बैंक ने सीएसआर मद से सक्शन मशीन और ट्रैक्टर मिला। इसके बाद पंचायत ने ड्राइवर और एक हेल्पर रखा। इसके बाद गांव गांव में पहुंचकर सीवरेज (मल) का गंदा पानी एकत्रित कर स्लज ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचा रहे हैं। उसे ट्रीटमेंट कर पानी को उपयोग के लायक बनाया जा रहा है। उस पानी को उद्यान में उपयोग के लायक बनाया जा रहा है। साथ ही सक्सन मशीन के उपयोग से आमदनी अर्जित की जा रही है। जल्द ही ट्रीटमेंट प्लांट को और भी बेहतर तरीके से उपयोग में लाए जाने की तैयारी है। इससे पंचायत को सालाना 5 लाख की इनकम होगी।

स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत भारत सरकार, जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा  स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान प्रदान किया जा रहा है। अश्वनी देवांगन मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग की अनुशंसा से उक्त समारोह में जिला दुर्ग से श्रीमती अंजीता गोपेश साहू, सरपंच, ग्रा.पं. पतोरा के द्वारा फिकल स्लज मैनेजमेंट कैटेगरी में नामांकन राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) रायपुर को प्रेषित किया गया था। भारत सरकार द्वारा उक्त कार्य को छग स्तर पर पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है। जिसके पश्चात् पतोरा के पुरस्कार नामांकन की ग्राउण्ड वेरिफिकेशन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा जिला कलेक्टर दुर्ग को ई-मेल एवं दूरभाष पर सम्पर्क किया गया। पुष्पेन्द्र कुमार मीणा, कलेक्टर दुर्ग द्वारा ग्राउण्ड वेरिफिकेशन रिपोर्ट तैयार कर जितेन्द्र श्रीवास्तव, आई.ए.एस., संयुक्त सचिव, भारत सरकार, जल शक्ति मंत्रालय, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, नई दिल्ली को प्रेषित की गई। कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिये रायपुर से दिल्ली की यात्रा 03 मार्च 2023 को प्रातः पहुंचकर विज्ञान भवन में रिहर्सल की जावेगी। 04 मार्च, 2023 को सम्मान समारोह में सम्मानित किया जावेगा।
ग्राम पंचायत पतोरा, जनपद पंचायत पाटन में वाटरएड इंडिया के तकनीकी एवं वित्तीय सहयोग से 26.00 लाख लागत से देश के प्रथम ग्रामीण फिकल स्लज ट्रिटमेंट प्लांट वित्तीय वर्ष 2018-19 में निर्माण कर संचालन प्रारंभ किया गया। जिसका शीलान्यास माननीय भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री छ.ग. शासन द्वारा किया गया है। जिसमें प्रत्येक 02-03 वर्ष मेें सेप्टिक टैंक खाली कराने एवं अपशिष्ट जल की डी-स्लजिंग फिकल स्लज ट्रिटमेंट प्लांट में ही अनिवार्यतः कराये जाने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। सेप्टिक टैंक खाली करने के लिये राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) से अनुदान प्राप्त सक्शन मशीन युक्त वाहन उपलब्ध है। ग्राम पंचायत द्वारा जनपद पंचायत पाटन एवं दुर्ग के ग्रामीण क्षेत्रों में सेप्टिक टैंक खाली कराये जाने हेतु सक्शन वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। प्रत्येक 15 कि.मी. के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों को 1500 रू. तथा 15 कि.मी. से अधिक दूरी के ग्रामों को 3000 प्रति ट्रिप अनुसार सेवा शुल्क लेने का प्रावधान कर बिजनेस माॅडल तैयार किया गया है। एफएसटीपी पतोरा में लगभग 155 से अधिक ट्रिप सेप्टिक टैंक खाली किया गया है जिसमें 534500 लीटर ब्लैक वाटर का निष्पादन किया गया है जिससे ग्राम पंचायत को राशि रू. 202500.00 से अधिक की आय प्राप्त हुई है। सक्शन मशीन के संचालन हेतु 2 ड्राइवर और 2 हेल्पर अल्टरनेट रखें गए है एवं एक ऑपरेटर एफएसटीपी में रखा गया है जिनका मानदेय भुगतान प्राप्त आय से किया जा रहा है। एफ.एस.टी.पी. प्लांट के सौदर्यीकरण एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया है। भविष्य में एफ.एस.टी.पी. से निर्मित सोनखाद का विक्रय किया जावेगा, जिससे लगभग 5.00 लाख की आय प्राप्त होगी। शासकीय कार्यालयों व भवनों, शालाओं, आंगनबाड़ी केन्द्रों, सामाजिक भवनों आदि में निर्मित शौचालयों के सेप्टिक टैंक को 03 वर्षाें में खाली कर एफ.एस.टी.पी. में सुरक्षित निपटान किया जा रहा है। सेप्टिक टैंक खाली कराने का कार्य मशीनों के माध्यम से करते हुए मेन्युअल स्क्वैंजिंग के निर्देशों का पालन किया जा रहा है। सेप्टिक टैंक से निकलने वाले अपशिष्ट जल को बिना ट्रिटमेंट किये मैदान, खेत, तालाब, नाली आदि खुले स्थानों में बहाया जाना प्रतिबंधित किया गया है। पर्यावरण में स्वच्छता बनाए रखने एवं फिकल स्लज को बिना उपचार किये खुले में बहाये जाने पर होने वाले दुष्प्रभावों को रोकने के लिये FSTP स्थापित किये गये है। श्रीमती अंजीता गोपेश साहू, सरपंच, ग्राम पंचायत पतोरा के सक्रिय योेगदान से यह कार्य ग्राम पंचायत की शासकीय भूमि में स्थापित किया गया है। ग्राम पंचायत द्वारा फिकल स्लज ट्रिटमेंट के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा ग्राम में ग्रे-वाटर मैनेजमेंट एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में भी उत्कृष्ट कार्य किया गया है। ग्राम प्रथम दृष्टया स्वच्छ ग्राम की श्रेणी में है।