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पीओके से उठी एक आवाज, हमें भारत के लद्दाख में शामिल करें, जानिए पूरी खबर…

पीओके से उठी एक आवाज, हमें भारत के लद्दाख में शामिल करें, जानिए पूरी खबर…


 

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इन दिनों बहुत ही गंभीर आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहा है। देश की अवाम फिलहाल दाल-रोटी तक के लिए जूझती हुई नजर आ रही है। इस बीच अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) के उत्तरी इलाके गिलगित बाल्टिस्तान के लोग अपनी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन पर उतर आए हैं। उनकी मांग है कि उन्हें भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में शामिल किए जाए।

महंगाई, बेरोजगारी से परेशान इस इलाके की जनता पाकिस्तान सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों से तंग आ चुकी है और अब भारत के साथ आने के लिए सड़कों पर उतर आई है। लोगों का कहना है कि पिछले कई सालों से पाकिस्तान की सरकारों ने उनके साथ भेदभाव किया और उनके क्षेत्र का शोषण भी किया है।

गिलगित बाल्टिस्तान में जारी इस प्रदर्शन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहे हैं। इनमें साफ-साफ देखा जा सकता है कि गिलगित-बाल्टिस्तान के लोग भारी संख्या में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि लद्दाख के कारगिल जिले में सकरदू कारगिल रोड को फिर से खोला जाए। उनकी मांग है कि लद्दाख में रहने वाले बाल्टिस्तान के लोगों के साथ उन्हें रहने की इजाजत भी दी जाए।

पिछले कई दिनों से चल रहे इस विरोध प्रदर्शन में लोग मांग कर रहे हैं कि उनकी जमीनों पर पाकिस्तानी सरकार का अवैध कब्जा खत्म किया जाए और उनके इलाके में प्राकृतिक संसाधनों का शोषण भी बंद किया जाना चाहिए। उनकी एक मांग यह भी है कि महंगाई की वजह से वह गेहूं सहित सभी जरूरी वस्तुएं नहीं खरीद पा रहे हैं, इसलिए सरकार उन्हें सब्सिडी दे।

पाकिस्तान क्यों नहीं छोड़ सकता गिलगित बाल्टिस्तान

PoK का यह इलाका खनिजों के मामले में समृद्ध है। इस बीच कुछ लोगों का कहना है कि पाकिस्तान जल्द ही इस इलाके की ऊपरी हुंजा घाटी को गुपचुप तरीके से चीन को लीज पर देने जा रहा है। इसके जरिए पाकिस्तान चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (China Pakistan Economic Corridor) प्रोजेक्ट में चीनी निवेश बढ़ाकर अपने चीन से लिए गए कर्ज को कम करना चाहता है। चीन यहां जल्द ही खनन परियोजना शुरू कर सकता है। इस बात को लेकर भी स्थानीय लोगों में खासा रोष है।

काफी समय से जमीन को लेकर चल रहा है विवाद

पिछले काफी समय से जमीन और संसाधनों को लेकर पाकिस्तान की सरकार और स्थानीय लोगों के बीच विवाद चल रहा है। लोगों का मानना है कि पाकिस्तानी सेना गिलगित-बाल्टिस्तान के गरीब क्षेत्रों की भूमि और संसाधनों पर जबरदस्ती कब्जे जमाए हुए है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्योंकि यह इलाका Pok में है, इसलिए जमीन उनकी है। उधर, प्रशासन का कहना है कि जो जमीन किसी को नहीं दी गई है, इसलिए वह पाकिस्तान सरकार की है।

पाकिस्तान में बदतर होते जा रहे हैं आर्थिक हालात

पाकिस्तान के हालात दिन प्रतिदिन बद से बदतर होते जा रहे हैं। देश की अवाम फिलहाल दाल-रोटी सहित जरूरी वस्तुओं के लिए भी जूझ रही है। देश से हर दिन सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियोज आ रहे हैं, जो बुरी तरह हिला कर रख देते हैं। देश में गेहूं, दाल, चीनी आदि सामानों की भारी कमी है जिस कारण इनकी कीमतें आसमान छू रही हैं।