स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL ) सेल की चेयरमैन सोमा मंडल रिटायरमेंट के बाद PESB के सदस्य के रूप में नई जिम्मेदारी संभालेंगी। मोदी सरकार की कैबिनेट ने सोमा मंडल के चयन पर मुहर लगा दी है। इसका आदेश भी जारी कर दिया गया है। सेल चेयरमैन अप्रैल में रिटायर हो रही हैं। इसके बाद नई जिम्मेदारी संभालने का मौका मिल जाएगा। सरकार द्वारा जारी आदेश का पत्र वायरल हो रहा है। सेल में जहां खुशी की लहर है, वहीं विरोधी खेमा भड़का हुआ है।
भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के अवर सचिव रमेश चंद्र झा द्वारा पत्र जारी किया गया है। मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति के सचिवालय से जारी आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की अध्यक्ष सोमा मंडल को सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड (पीईएसबी) के सदस्य पद पर नियुक्ति की तारीख से 03 वर्ष की अवधि के लिए मंजूरी दी है।इसके साथ ही अटकलों पर विराम भी लग गया है। दावा किया जा रहा था कि मोदी सरकार सोमा मंडल का कार्यकाल दो साल और बढ़ा सकती है। लेकिन, पीईएसबी का सदस्य चयनित होते ही अटकलों पर विराम लग गया।
बता दें कि सोमा मंडल सेल के इतिहास की पहली महिला चेयरमैन हैं। पूरा कार्यकाल करने जा रही हैं। सोमा मोंडल का जन्म और पालन-पोषण भुवनेश्वर के एक ओडिया मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता एक कृषि अर्थशास्त्री थे। उन्होंने 1984 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राउरकेला से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में पढ़ाई की।
उन्हें उद्योग में 35 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने नाल्को में एक ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में अपना करियर शुरू किया और वर्ष 2014 में नाल्को में निदेशक (वाणिज्यिक) का पद संभाला। सोमा मंडल मार्च, 2017 में निदेशक (वाणिज्यिक) के रूप में सेल में शामिल हुई। उन्होंने अनिल कुमार चौधरी से महारत्न पीएसयू के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया, जो दिसंबर, 2020 में सेवानिवृत्त हुए थे।वह विभिन्न उद्योग मंचों में अपने योगदान के लिए एल्यूमिनियम उद्योग में अच्छी तरह से जानी जाती हैं। मार्च, 2021 में उन्हें केंद्र सरकार के सार्वजनिक उद्यमों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन, सार्वजनिक उद्यमों के स्थायी सम्मेलन (SCOPE) के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था।